राजस्थानी भासा पीड़
A
अर्जुनसिंह शेखावत - राजस्थानी रौ रुतबो ६९
सितम्बर २००४ : बरस ३३ अंक ६
अर्जुनसिंह शेखावत - भासा रै साथ राजनीति ७९
सितम्बर २००५ : बरस ३४ अंक ६
अब्दुल वहीद कमल - ताबै नीं आवै ५९
मई १९९६ : २५ अंक २
अमरसिंह राजपुरोहित - राजस्थानी भासा ७२
अप्रेल २००३ : बरस ३२ अंक १
B
बस्तीमल सोलंकी : पछै मानता क्यूं नीं ५३
दिसम्बर १९९३ : बरस २२ अंक ९
बुलाकी शर्मा : राजस्थानी अर जनचेतना ६५
जनवरी-मार्च १९८७ : बरस १६ अंक १
डॉ. भंवर कसाना - मायड़ भाषा अर संस्कृति ८०
जनवरी २००६ : बरस ३४ अंक १०
डॉ. भंवरलाल जोशी - राजस्थानी भाषा नैं मान्यता क्यूं नीं ? ७६
जुलाई २००४ : बरस ३३ अंक ४
भंवरलाल रत्तावा : १७ साल पुराणो अेक पाठक रो कागद ८७
जुलाई २००५ : बरस ३४ अंक ४
भंवरसिंह भाटी : राजस्थानी भासा ६९
अप्रेल १९९७ : बरस २६ अंक १
भागाराम बिश्नोई - शहरीकरण रै कादै में कळीजती मायड़-भाषा ७३
अप्रेल २००३ : बरस ३२ अंक १
C
डॉ. चेतन स्वामी - भासा रै नुक्साण री फड़द ९
मई २००२ : बरस ३१ अंक २
चेतन स्वामी : भासा रो नातो आतमा सूं ७५
मई २००५ : बरस ३४ अंक २
D
दुलाराम सहारण - आवौ विचारां ३७
अप्रेल २००६ : बरस ३५ अंक १
देवकरण जोशी दीपक - मायड़ भाषा रो विकास : एक सुवाल ९०
फरवरी २००६ : बरस ३४ अंक ११
E
F
G
प्रो. जी.एस. राठौड - बोलवा री तमीज २८
सितम्बर २००५ : बरस ३४ अंक ६
H
हरदान हर्ष : राजस्थानी नै मानता क्यूं नीं ६२
मई १९९४ : बरस २३ अंक २
हरिमोहन सारस्वत रूंख - राजस्थानी भासा मानता : दरकार अर सरोकार ७२
अप्रेल २००४ : बरस ३३ अंक १
हिम्मतसिंह उज्ज्वल : मायड़भाषा-राजस्थानी २१
जून २००३ : बरस ३२ अंक ३
I
J
ज्योतिपुंज - राजस्थानी भासा नीं मानता नै एकरूपता म्हारी नजर में ५२
अगस्त १९९३ : बरस २२ अंक ५
डॉ. ज्योतिपुंज - राजस्थानी आंदोलन मअैं अतिवाद नीं अबकाई ६५
दिसम्बर २००४ : बरस ३३ अंक ९
K
केसरीकांत शर्मा केसरी - राजस्थानी एक अंतरराष्ट्रीय भाषा है २६
सितम्बर २००५ : बरस ३४ अंक ६
डॉ. कैलाश मंडेला - आऔ मायड़ भाषा री चिंता करां ८३
जून २००५ : बरस ३४ अंक ३
कृश्णा कुमारी : राजस्थानी भासा नै मानता मलबा को पूरो-पूरो हक है ६१
जुलाई १९९७ : बरस २६ अंक ४
L
लक्ष्मीनारायण रंगा : एक सोच (भासा चिंतण) ५
नवम्बर-दिसम्बर १९९१-जनवरी, १९९२ : बरस २० अंक ४
लक्ष्मीनारायण रंगा - राजस्थानी भाषा : मान्यता क्यूं नीं ! २१
अगस्त २००६ : बरस ३५ अंक ५
लक्ष्मीनारायण रंगा : राजस्थानी अर जन-जुड़ाव २५
जुलाई १९९६ : २५ अंक ४
M
मदनलाल शर्मा : जनता सूं किंयां जुड़ै राजस्थानी ५३
अगस्त १९९५ : बरस २४ अंक ५
डॉ. मनोहरलाल गोयल - राजस्थानी तब अर अब ८७
अप्रेल २००५ : बरस ३४ अंक १
डॉ. माधोसिंह इंदा - राजस्थानी भासा क्यूं नीं ? ७
मार्च २००६ : बरस ३४ अंक १२
माणक तिवाड़ी बंधु : संविधानिक मानता लेखै राजस्थानी भाशा ३०
जनवरी १९९८ : बरस २६ अंक १०
माणक तिवाड़ी बंधु - बोली अर भासा लेखै राजस्थानी ५०
जनवरी १९९९ : बरस २७ अंक १०
मुकुट मणिराज - राजस्थानी नै मान्यता की जुरत क्यूं ? ३९
सितम्बर २००३ : बरस ३२ अंक ६
मूलदान देपावत : संवैधानिक मान्यता-राजस्थानी रो हक ५७
मई-जुलाई १९९२ : बरस २१ अंक २
N
नंद भारद्वाज - भासा रै मांण बिना ........ २७
अप्रेल २००५ : बरस ३४ अंक १
O
ओंकारसिंह लखावत सांसद रो राज्यसभा मांय राजस्थानी भाशा मान्यता संबधी प्रस्ताव री पड़त १३९
अगस्त १९९८ : बरस २७ अंक ५
डॉ. ओमानंद सरस्वती : आज कींकर अंगेजां राजस्थानी भासा ५२
मई १९९५ : बरस २४ अंक २
डॉ. ओम् आनंद सरस्वती : आज कींकर अंगेजां राजस्थानी भासा ५१
जुलाई १९९५ : बरस २४ अंक ४
P
पूर्ण शर्मा पूरण - राजस्थानी गद्य मांय भासा रो सवाल ८४
अगस्त २००५ : बरस ३४ अंक ५
P
Q
R
डॉ. राजेन्द्र बारहठ - राजस्थानी भासा - कीं सवाल ? ७
सितम्बर २००४ : बरस ३३ अंक ६
राजेन्द्र बारहठ : राजस्थानी भासा प्रभाव खेतर : एक दीठ २६
जनवरी २००१ : बरस २९ अंक १०
रामनिरंजन शर्मा ठिमाऊ : बात मायड़ भासा री ११
नवम्बर २००२ : बरस ३१ अंक ८
S
शंकरसिंह राजपुरोहित आउवा : राजस्थानी राखियां, रहसी राजस्थान ४६
नवम्बर-दिसम्बर १९९१-जनवरी, १९९२ : बरस २० अंक ४
शंकरसिंह राजपुरोहित : अध्ययन अर अध्यापन में मातृभासा रौ महत्व ४५
जून १९९५ : बरस २४ अंक ३
शांतिलाल भंडारी : राजस्थानी नै मान्यता : म्हारौ सुपनो ७८
मार्च २००४ : बरस ३२ अंक १२
शिवराज छंगाणी - राजस्थानी भासा : एकरूपता रै पेटै ७
जून २००५ : बरस ३४ अंक ३
संजू श्रीमाली : राजस्थानी भासा अर राजनेता ७
मई-जुलाई १९९० : बरस १९ अंक २
सवाईसिंह धमोरा : राजकाज अर राजस्थानी ४९
अक्टूबर १९९६ : २५ अंक ७
T
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V
विमला भंडारी - २८ डायरियां री जुबानी ८७
अगस्त २००५ : बरस ३४ अंक ५
W
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